बहुत सुंदर.. यूही लिखते रहे
बहुत बढ़िया..
कितनी खामोश है?कितनी तन्हा है?कितनी अकेली है?मेरी परछाई] " hum akele khan hain, sath chultee hai prchaee,thumahree yadon ke mehfil se,sjtee hai bus maire tanhaee"Regards
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बहुत सुंदर.. यूही लिखते रहे
बहुत बढ़िया..
कितनी खामोश है?
कितनी तन्हा है?
कितनी अकेली है?
मेरी परछाई]
" hum akele khan hain,
sath chultee hai prchaee,
thumahree yadon ke mehfil se,
sjtee hai bus maire tanhaee"
Regards
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